मिली जानकारी के अनुसार फैब इंडिया के प्रोमोटर बिमला नंदा बिसेल और मधुकर खेरा अपने हिस्से के शेयर किसानों और कारीगरों को गिफ्ट में देंगे। बिमला नंदा 4,00,000 तथा खेरा 3,75,080 इक्विटी शेयरों गिफ्ट करेंगे। यह शेयर उनके लिए होगा, जो कि एक तयशुदा अवधि से फैब इंडिया से जुड़े होंगे और उनके साथ कारोबार कर रहे होंगे। फैब इंडिया के अधिकतर कारीगर और किसान राजस्थान, बिहार, झारखंड, मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश के हैं।
50 हजार से ज्यादा हैं सप्लायर
फैब इंडिया किसानों और कारीगरों से कांट्रेक्ट मैन्यूफैक्चरिंग के जरिए जुड़ा है। इसके पास इस समय समय 50 हजार से भी ज्यादा ऐसे कारीगर हैं। कंपनी का कहना है कि भारत के पारंपरिक कला और कारीगरी को जीवित रखने के लिए इस तरह का करार किया गया है। साथ ही उन्हें उनके सामानों का बेहतर मूल्य प्रदान किया जाता है। फैब इंडिया के मैनेजिंग डाइरेक्टर विनय सिंह का कहना है कि वह सोशल परपस और मुनाफे के बीच एक सही संतुलन बना कर चलने में विश्वास करते हैं। कंपनी के इस कदम से कारीगरों का भरोसा मजबूत होगा।
95 से 98 फीसदी प्राकृतिक सामान
फैब इंडिया का दावा है कि उनका अधिकतर सामान पर्यावरण अनुकूल तरीके से तैयार किया जाता है। उनके अपेरल लाइन में 95 से 98 फीसदी प्राकृतिक सामानों का उपयोग होता है। परिधानों की बात करें तो उसमें कपड़ा प्राकृतिक धागों से तैयार होता है। उसमें लगने वाला बटन या तो सीप से बनता है या फिर नारियल से। इसके फर्नीचर शुद्ध रूप से लकड़ी के बने होते हैें। साथ ही उसे बनाने में जूट, बेंत, पत्थर, संगमरमर, एमडीएफ, प्लाई बोर्ड आदि का भी उपयोग होता है।