How to Open Demat Account?
भारत में डीमैट एकाउंट खोलने के लिए मुख्य दो डिपॉजिटरी हैं:
इन दोनों संस्थाओं के बहुत से एजेंट हैं, जिनको Depository Participants या स्टॉक ब्रोकर भी कहा जाता है। इनको आम भाषा में DP भी कहा जाता है। इनका काम एकाउंट खोलने का होता है। ऐसा नहीं है कि स्टॉक ब्रोकर केवल बैंक ही हों इनके अलावा भी कई संस्थाएं हैं, जो Demat Account खोलती हैं। डिपॉजिटरी से किसी भी सेवा का लाभ उठाने के लिए, हमें (निवेशक) को डिपॉजिटरी प्रतिभागी की आवश्यकता होती है। डिपॉजिटरी में शेयर, डिबेंचर, बॉन्ड, सरकारी प्रतिभूतियों, म्यूचुअल फंड यूनिट आदि जैसी सुरक्षा होती है।
Demat Account कैसे खोलें?
Demat Account खोलने के लिए हमें SEBI से पंजीकृत डिपॉजिटरी पार्टीसिपेंट के पास जाकर एकाउंट ओपनिंग फ़ॉर्म भरना होगा। एक फोटो, एक कैंसल्ड चेक के साथ पहचान और पते के प्रमाण के रूप में हमें SEBI द्वारा स्वीकृत निम्नलिखित दस्तावेज़ों की जरुरत होगी जैसे:
- पैन कार्ड (PAN Card)
- आधार कार्ड (Aadhar Card)
- पासपोर्ट (Passport)
- राशन कार्ड (Ration Card)
- आईटी रिटर्न्स (IT Returns)
- एम्प्लोयी आईडी (Employee ID)
- ड्राइविंग लाइसेंस (Driving License)
- मतदाता पहचान पत्र (Voter ID Card)
- इलेक्ट्रिसिटी बिल/ लैंडलाइन बिल (2 महीने से ज्यादा पुराना नहीं)
- इस के अलावा फ्यूचर्स और ऑप्शंस की ट्रेडिंग के लिए 6 महीने का बैंक स्टेटमेंट (Bank Statement) भी देना होता है।
और इनमें से पहचान और पते के सत्यापन के लिए एक-एक प्रूफ मूल दस्तावेज़ के साथ दिखाने होंगे। एकाउंट ओपनिंग दस्तावेज़ों को Process करने के बाद Depository Participants (DP) हमें एकाउंट नंबर (Client ID) प्रदान करेगा। स्टॉक ब्रोकर के साथ हमारा एकाउंट खुल जाने के बाद, हम क्लाइंट बन जाते है। जिसे आम भाषा में BO (बेनेफिशियरी ऑनर) भी कहा जाता है, और हमें स्टॉक ब्रोकर द्वारा दिए गए एकाउंट नंबर को BO-ID (बनेफिशियरी ऑनर आइडेंटिफिकेशन नंबर) कहा जाता है।
स्टॉक ब्रोकर द्वारा एकाउंट खोलते समय, हमारा (आवेदक) का इन-पर्सन वैरिफिकेशन (IPV) किया जाता है। ज्वाइंट एकाउंट होने की स्थिति में, एकाउंट के सभी धारकों का IPV किया जाता है।
इसके अलावा हम बिना स्टॉक ब्रोकर के पास गए Online भी अपना एकाउंट खुलवा सकते हैं, बल्कि इस समय ये एक बहुत ही अच्छा विकल्प है। इसके लिए हमे मुख्य रूप से एक फोटो, पैन कार्ड और आधार कार्ड की जरुरत पड़ती है। ये सब Digital Form में होने चाहिए। Online Form भरने और दस्तावेज़ सबमिट करने के बाद Form का प्रिंट आउट लेकर DP द्वारा दिए गए पते पर भेजना होता है। (Online Form भरने के अलग-अलग ब्रोकर्स के नियम अलग-अलग हो सकते हैं)
Demat Account नामांकन (Nomination)
Demat Account के एप्लीकेशन फॉर्म पर Nominee का नाम डालना होता है। Nominee व्यक्ति का नाम डालना इसलिए जरूरी होता है। किसी भी तरह की दुर्घटना की स्थिति में Demat Account में जमा होल्डिंग Nominee को ट्रान्सफर किया जा सके। अगर हमने एकाउंट ओपन करते समय Nominee का नाम नहीं डाला है, तो हमे अपने स्टॉक ब्रोकर से सम्पर्क करके Nominee का फॉर्म ज़रुर भर लेना चाहिए। ताकि भविष्य में होने वाली किसी भी तरह की परेशानी का सामना ना करना पड़े।
Demat Account कैसे काम करता है?
जब हम कोई Shares खरीदते हैं, तो ब्रोकर ख़रीदे हुए शेयरों को T+2 पर हमारे Demat Account में क्रेडिट (जमा) कर देता है। T+2 अर्थात ट्रेडिंग डे + 2 दिन होता है, और यह हमारे होल्डिंग की लिस्ट में दिखने लगता है। जब हम Shares बेचते हैं, तो हमें अपने ब्रोकर को डिलीवरी निर्देश देने होते हैं, जिसमें हमें बेचने वाले Share का विवरण भरना होता है, और हमारे खाते से Share डेबिट (निकल) हो जाते है। और हमारे बिके हुए Shares के पैसे हमारे Trading Account में आ जाते हैं। अगर हम ये सब Online करते हैं, तो हमारे खाते में Shares का डेबिट और पैसों का क्रेडिट अपने आप दिखने लगता है, जिसे हम ब्रोकर द्वारा दिए गए इंटरनेट आधारित ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म पर Online देख सकते हैं। इस सारी प्रक्रिया में पूरी पारदर्शिता होती है।
Demat Account खोलने के लाभ
- Demat Account के कई फायदे हैं। Demat के जरिए हम शेयर (Share), म्युचुअल फंड (Mutual Fund), ईटीएफ (ETF), गोल्ड (Gold) आदि ख़रीद सकते हैं। Demat Account होने से Online Trading या Investment (इन्वेस्टमेंट) आसान हो जाता है। आप अपने पोर्टफोलियो को आसानी से Online चेक कर सकते हैं। Demat Account होने से शेयर बेचना, खरीदना या Mutual Fund/ETF यूनिट खरीदना या रिडीम करना बहुत ही आसान हो जाता है।
- दरअसल Demat Account खोलना एक तरह से वेल्थ क्रिएशन की दिशा में हमारा पहला कदम है। यहां से हम फाइनेंशियल प्लानर और, किसी दूसरे प्लेटफॉर्म की मदद से समृद्धि के रास्ते पर आगे बढ़ सकते हैं।
- Digital Form में Share रखने से चोरी व धोखाधड़ी जैसे जोखिम की संभावना ना के बराबर रहती है।
- इसमें हम Share Bazaar में केवल एक Share भी ख़रीद और बेच सकते हैं, जबकि इससे पहले हमें एक समूह में ही बेचना और ख़रीदना पड़ता था।
- पहले Shares को स्थानांतरित करने के लिए काफी समय लगता था, इसमें कई बार महीनों का समय लग जाता था। लेकिन अब ऐसा नहीं है, हम तुरंत Demat Account से Share ट्रांसफर कर सकते हैं। और भेजने से कुछ देर बाद ही भेजे गए दूसरे अकाउंट में दिखने लगते हैं।
- हम अपना डीमैट खाता किसी दूसरे को ट्रांसफर नहीं कर सकते मगर इसमें पड़े शेयर दूसरे को ट्रांसफर कर सकते हैं।
- डीमैट खाता किसी दूसरे के साथ जॉयंट तरीके से खुलवाया जा सकता है, आप एक से अधिक डीमैट खाते भी खोल सकते हैं।
Demat Account की मूल सेवाएं
Demat Account व्यक्तिगत रूप से या पहले से ही उपलब्ध Demat Account में स्थानांतरित किया जा सकता है। अगर हमारे Demat Account की होल्डिंग जैसे स्टॉक, म्युचुअल फंड, सिक्योरिटीज़, बांड, अगर 50,001 रुपये से 2 लाख के बीच की है, तो हमें रुपांतरण करने में 100 रुपये का भुगतान करना पड़ेगा। अगर होल्डिंग 0 रुपये से 50,000 रूपये की है, तो हमें रुपांतरण की सुविधा नहीं मिलेगी।
Demat Account के क्या शुल्क हैं?
प्रभार और फ़ीस अलग-अलग संस्थान के हिसाब से अलग-अलग होती है और यह खाता कैसा है और कितनी राशि का हस्तांतरण करना है। इस पर भी निर्भर करती है। एकाउंट खोलने का शुल्क, वार्षिक रखरखाव शुल्क, लेन-देन या ब्रोकरेज शुल्क आदि कुछ प्रभार हैं, जो Demat Account में शामिल हैं। सभी शुल्क अलग-अलग स्टॉक ब्रोकर के अनुसार भिन्न हो सकते हैं।
दोस्तों आज इतना ही आगे हम बात करेंगे Trading Account की…
धन्यवाद
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